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केजरीवाल बोले- एक जमाने में इंदिरा ने अति की थी, वैसे ही पीएम मोदी ने कर दी है

 
केजरीवाल बोले- एक जमाने में इंदिरा ने अति की थी, वैसे ही पीएम मोदी ने कर दी है
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Mhara Hariyana News, New Delhi। 
दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने भारतीय जनता पार्टी पर हमला बोलते हुए कहा कि मोदी सरकार अच्छे काम करने से रोक रही है। हमारे मंत्रियों को झूठे केस में गिरफ्तार करके ये दिल्ली के काम रोकना चाहते हैं।  ये इत्तेफाक नहीं कि हमारे हेल्थ और शिक्षा मंत्री दोनों को गिरफ्तार कर लिया। हम काम रुकने नहीं देंगे, हमारे पास टैलेंट की कमी नहीं। 


आप गिरफ्तार करोगे, हम उनकी जगह और अच्छे मंत्री बना देंगे। एक जमाने में इंदिरा गांधी ने अति कर दी थी, वैसे ही पीएम मोदी ने अति कर दी है। 
जब अति होती है तो ऊपरवाला झाड़ू चलाता है। जनता में भारी रोष है, अब जनता जवाब देगी। मैं दिल्ली वालों को भरोसा दिलाना चाहता हूं कि दिल्ली के काम बिल्कुल नहीं रुकेंगे। मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन पर दुनिया को गर्व है।

 

शराब घोटाला नहीं हुआ

दिल्ली सीएम ने कहा कि शराब घोटाला नहीं हुआ है। उन्होंने बताया कि अब आतिशी और सौरभ भारद्वाज काम संभालेंगे जिसके बाद दोगुनी रफ्तार से काम होगा। 
विभागों का बटवारा अभी अस्थायी है। अगर मनीष सिसोदिया अच्छा काम नहीं करते तो आज उनकी गिरफ्तारी नहीं होती।

 

सिसोदिया अगर भाजपा में शामिल हो जाए तो रिहा हो जाएंगे

केजरीवाल ने आगे कहा कि सिसोदिया अगर भाजपा में शामिल हो जाए तो रिहा हो जाएंगे। आम आदमी पार्टी आंधी है और आंधी को कोई नहीं रोक सकता है। 
ये समय आम आदमी पार्टी का है। इंदिरा गांधी की तरह ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अति कर रहे हैं। पीएम को घमंड हो गया है, ठीक ऐसा ही घमंड इंदिरा गांधी को हुआ था। केजरीवाल ने बताया कि अब हमारे कार्यकर्ता-नेता घर-घर जाकर लोगों को समझाने का काम करेंगे। सभी विधायकों और पार्षदों के साथ तय हुआ है कि आम आदमी पार्टी एक-एक घर जाकर एक-एक व्यक्ति से बात करेगी।

एलजी ने सिसोदिया और जैन का इस्तीफा अस्वीकार किया
उधर, दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने मनीष सिसोदिया का इस्तीफा अस्वीकार कर दिया। उनके कारण सत्येंद्र जैन का इस्तीफा भी स्वीकृत नहीं हो सका है। उपराज्यपाल ने इस्तीफों को अस्वीकार करने के साथ ही दोनों से विभागों की जिम्मेदारी ले ली है। उपराज्यपाल के दफ्तर से इस्तीफा अस्वीकार करने की वजहें भी बताई गई हैं। उपराज्यपाल के दफ्तर से जो वजहें बताई गईं हैं उनमें सिसोदिया के इस्तीफे पर तारीख न लिखा होना कहा जा रहा है। बताया गया कि मनीष सिसोदिया का इस्तीफा बिना डेट का है और सत्येंद्र जैन का 27 फरवरी को लिखा गया है। दोनों ही इस्तीफे एलजी को 28 फरवरी को भेजे गए।