कुलदीप-भव्य ने की भाजपा अध्यक्ष नड्डा मुलाकात, बिश्नोई जाति को राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग में शामिल करने की मांग

Mhara Hariyana News, new Delhi, नई दिल्ली। पूर्व विधायक एवं भाजपा नेता कुलदीप बिश्नोई Kuldeep Bishnoi और उनके पुत्र आदमपुर विधायक भव्य बिश्नोई Bhavya Bishnoi ने बिश्नोई जाति को राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग में शामिल करने की मांग की है। इस मांग से कुलदीप बिश्नोई Kuldeep Bishnoiने एक तीर से कई निशाने साध रहे हैं। एक तो कुलदीप बिश्नोई, बिश्नोई समाज के संरक्षक होने का दायित्व निभा रहे हैं। वहीं दूसरी ओर समाज में ही अपने विरोधियों को पटखनी देने का प्रयास कर रहे हैं। जो उनसे बिश्नोई महासभा के संरक्षक पद से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।
कुलदीप बिश्नोई Kuldeep Bishnoiने बिश्नाई जाति को पिछड़ी बताते हुए आरक्षण की सूची में शामिल करने की मांग को लेकर अपने बेटे भव्य बिश्नोई के साथ भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा JP Nadda को मांग पत्र सौंपा। भाजपा अध्यक्ष को सौंपे मांगपत्र में कुलदीप बिश्नोई ने अपने मांग पत्र में लिखा है कि अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा All India Bishnoi Mahasabha
बिश्नोई जाति की एक सर्वोच्च संस्था है, जो 22 अप्रैल 1936 से पंजीकृत है और अनुरोध किया है कि बिश्नोई जाति मुख्यत भारत के राजस्थान, मध्यप्रदेश और हरियाणा राज्यों में निवास करती है। जो हर दृष्टि से पिछड़ी जाति है।
इस जाति के पिछड़ेपन के आधार पर राजस्थान सरकार, मध्यप्रदेश सरकार व हरियाणा सरकार ने अपने- अपने राज्य में राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग की सिफारिश पर बिश्नोई जाति को पिछड़ा वर्ग में शामिल किया।
पहले मंत्रालय को भेजा था आवेदन
इससे पहले कुलदीप बिश्नोई ने राजस्थान, मध्यप्रदेश व हरियाणा की बिश्नोई जाति को केंद्रीय पिछड़ा वर्ग सूची में शामिल करने के लिए एक आवेदन पत्र के जरिए भारत सरकार सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय Government of India Ministry of Social Justice and Empowerment राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग को पेश किया गया था। मंत्रालय ने इस मामले में राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग में आरक्षण देने के लिए पत्र प्रेषित किया है जो लंबित है। इसलिए बिश्नोई जाति को राष्ट्रीय पिछड़ा आयोग में आरक्षण दिलवाने की कृपा करें।
अब कुलदीप बिश्नोई की राजस्थान पर नजर
कुलदीप बिश्नोई हरियाणा के पूर्व सीएम चौधरी भजनलाल Chaudhary Bhajanlal के पुत्र हैं। भजनलाल के बाद हरियाणा में बिश्नोई समाज में कुलदीप से बड़ा कोई नेता नहीं है। उन्हें बिश्नोई रत्न और महासभा का संरक्षक पद भी मिला हुआ है। राजस्थान में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव है। राजस्थान में बिश्नोई समाज सात लोकसभा क्षेत्रों में 37 विधानसभा सीटों पर प्रभाव व निर्णायक भूमिका में है। मौजूदा समय में बिश्नोई समाज के 5 विधायक हैं।
अगस्त 2022 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने के बाद और भव्य बिश्नोई के आदमपुर उपचुनाव जीतने के बाद कुलदीप बिश्नोई ने अपनी राजनीतिक गतिविधियां राजस्थान में बढ़ा दी हैं। कुलदीप जब कांग्रेस में थे तो पार्टी ने उन्हें राजस्थान में स्टार प्रचारक बनाकर भेजा था। ऐसे में कुलदीप बिश्नोई राजस्थान के बिश्नोई समाज को साधने का काम कर रहे हैं।
विरोधियों को कुलदीप का जवाब
कुलदीप बिश्नोई के छोटे बेटे चैतन्य बिश्नोई का पंजाबी समाज की सृष्टि अरोड़ा से रिश्ता तय किया है। जिस पर बिश्नोई समाज की एक संस्था ने उन्हें पत्र भेजकर जवाब मांगा है। बिश्नोई जाति को पिछड़ी जाति में शामिल करने के मांग पत्र से उन्होंने अपने विरोधियों को भी जवाब दिया हैं जो कि उनसे बिश्नोई रत्न और अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के अध्यक्ष पद से त्याग पत्र देने की मांग कर रहे हैं।