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जी7 सम्मेलन में छाए PM Modi, इन क्षेत्रों की चुनौतियों पर 10 सूत्री कार्य योजना का दिया प्रस्ताव

 
जी7 सम्मेलन में छाए PM Modi, इन क्षेत्रों की चुनौतियों पर 10 सूत्री कार्य योजना का दिया प्रस्ताव
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Mhara Hariyana News, Hiroshima 
Japan के Hiroshima शहर में जी-7 शिखर सम्मेलन में PM Modi दिन भर छाए रहे। इस दौरान उन्होंने कई बड़े नेताओं से मुलाकात भी की। बड़ी बात यह है कि भारत इस संगठन का हिस्सा नहीं है, लेकिन एक मेहमान देश के तौर पर PM Modi इस शिखर सम्मेलन में शामिल हुए। वहीं PM Modi ने खाद्यान्न, उर्वरक और स्वास्थ्य क्षेत्र की चुनौतियों से निपटने की अपनी 10 सूत्री कार्य योजना का प्रस्ताव दिया।

इसके तहत PM नरेंद्र Modi ने एक समावेशी खाद्य प्रणाली तैयार करने का यहां शनिवार को आह्वान किया, जो दुनिया के सबसे कमजोर लोगों पर ध्यान केंद्रित करे। Hiroshima में जी 7 शिखर सम्मेलन के एक सत्र में एक संबोधन में PM Modi ने उर्वरक संसाधनों पर कब्जा करने वाली ‘विस्तारवादी मानसिकता पर रोक लगाने की वकालत की और प्रौद्योगिकी के लोकतंत्रीकरण की पैरोकारी की।

PM Modi की 10 सूत्री कार्य योजना में भोजन/खाद्यान्न की बर्बादी को कम करना, वैश्विक उर्वरक आपूर्ति श्रृंखला का गैर-राजनीतिकरण, मोटे अनाज/श्रीअन्न को बढ़ावा देना, समग्र स्वास्थ्य सुविधा को बढ़ावा देना, डिजिटल स्वास्थ्य सुविधा को मजूबत करना और विकासशील देशों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए विकास मॉडल तैयार करना शामिल है।

PM Modi ने कहा कि प्राकृतिक संसाधनों के समग्र उपयोग पर ध्यान देने की जरूरत है और उपभोक्तावाद से प्रेरित विकास मॉडल को बदलना होगा। PM ने कहा कि एक समावेशी खाद्य प्रणाली बनाने के प्रयास किए जाने चाहिए जो दुनिया के सबसे कमजोर लोगों पर केंद्रित हो, विशेष रूप से ‘सीमांत किसान हमारी प्राथमिकता होने चाहिए।

उन्होंने कहा कि वैश्विक उर्वरक आपूर्ति श्रृंखला को मजबूत करना होगा। इसमें राजनीतिक बाधाओं को दूर करना होगा। उर्वरक संसाधनों पर कब्जा करने वाली विस्तारवादी मानसिकता को रोकना होगा। यह हमारे सहयोग का उद्देश्य होना चाहिए। हालांकि PM ने किसी देश का नाम नहीं लिया।

PM Modi ने खाघान्न की बर्बादी रोकने पर जोर देते हुए कहा कि यह हमारी सामूहिक जिम्मेदारी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह स्थायी वैश्विक खाद्य सुरक्षा के लिए आवश्यक है। जी-7 में अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन, इटली, जर्मनी, कनाडा और Japan के साथ-साथ यूरोपीय संघ भी शामिल हैं। जी-7 की अध्यक्षता के तहत, Japan ने भारत और सात अन्य देशों को शिखर सम्मेलन में आमंत्रित किया है।

PM ने प्राकृतिक खेती के महत्व पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि हम दुनिया भर में उर्वरकों के विकल्प के रूप में प्राकृतिक खेती का एक नया मॉडल बना सकते हैं। मेरा मानना है कि हमें डिजिटल तकनीक का लाभ दुनिया के हर किसान तक पहुंचाना चाहिए। Modi ने कहा कि जैविक खाद्य को फैशन स्टेटमेंट और वाणिज्य से अलग करने की आवश्यकता है और इसके बजाय इसे पोषण और स्वास्थ्य से जोड़ा जाना चाहिए। 

बाजरा के फायदे गिनाए
PM Modi ने बाजरा के फायदों के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि बाजरा एक साथ पोषण, जलवायु परिवर्तन, जल संरक्षण और खाद्य सुरक्षा की चुनौतियों का समाधान करता है। इस पर जागरूकता पैदा की जानी चाहिए।