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जोर-शोर से चलाएं रोजगार दो न्याय दो मुहिम: कर्ण चावला

यूथ कांग्रेस कार्यालय में हुई मीटिंग में की शिरकत
 
 
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सिरसा। राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में युवाओं और रोजगार को लेकर काफी जोर दिया जा रहा है। इसी को लेकर यूथ कांग्रेस कार्यालय में यूथ कांग्रेस से जुड़े पदाधिकारियों की मीटिंग हुई। सिरसा से यूथ कांग्रेस के प्रदेश सचिव कर्ण चावला ने शिरकत की। मीटिंग में यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रधान श्रीनिवास बी. वी., राष्ट्रीय इंचार्ज कृष्णा अल्लावारू, स्टेट प्रधान दिव्यांशु बुद्धिराजा सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे। कर्ण चावला ने बुक्के भेंट कर पदाधिकारियों का स्वागत किया, जबकि राष्ट्रीय पदाधिकारियों ने नवनियुक्त प्रदेश सचिव कर्ण चावला का मुंह मीठा करवाकर बधाई दी।

मीटिंग में रोजगार के मुद्दे पर भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला गया। मीटिंग में राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान रोजगार दो न्याय दो मुहिम को जोर शोर से चलाने को लेकर विचार-विमर्श हुआ। इस मौके पर कर्ण चावला ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी थी की, हर साल दो करोड़ नौकरी देंगे, लेकिन पीएम मोदी की गारंटी कहां गई? हमारा सवाल है कि कहां है वो नौकरियां? नई गारंटी लाने से दस साल पहले दी गई गारंटी का रिपोर्ट कार्ड क्या है? 2024 की नई गारंटी से पहले 2014 की गारंटी का क्या हुआ? उन्होंने कहा कि देश में रिकॉर्ड तोड़ बेरोजगारी दस सालों में हुई है, ये सब पीएम मोदी और भाजपा की गलत नीतियों के कारण है।

अडानी को दिनरात मजबूत करके युवाओं का रोजगार खराब कर पीएम मोदी वोट मांगने जा रहे हैं। उस अन्याय के खिलाफ  रोजगार दो न्याय दो मुहिम की शुरुआत यूथ कांग्रेस कर रही है। युवा कांग्रेस सडक़ों पर उतर कर जनता के साथ खड़ी रहेगी। वहीं राम मंदिर के मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए राष्ट्रीय इंचार्ज कृष्णा अल्लावारू ने कहा कि हाल ही में सरकार ने जो गु्रप सी का रिजल्ट जारी किया है, उसमें भी भारी गड़बड़ी की गई है। अधिक नंबरों वाले उम्मीदवारों की जगह कम नंबरों वाले उम्मीदवारों को चयनित कर युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ किया है। जनता बेरोजगारी से परेशान है, महंगाई बढ़ रही है, लोग बर्बाद होते जा रहे हैं। अच्छा और सस्ता इलाज देने में पीएम मोदी फेल हैं।

उन्होंने सभी यूथ पदाधिकारियों से आह्वान किया कि रोजगार दो न्याय दो मुहिम के तहत सरकार की पोल खोल अभियान चलाएं, ताकि लोगों को सरकार की असलियत का पता चल सके और वे पीएम मोदी की अंधभक्ति से बाहर निकल सकें।