सरपंच एसोसिएशन करेगी अमित शाह के दौरे का पूर्णतया बहिष्कार : संतोष बैनीवाल

Mhara Hariyana News, Sirsa, सिरसा। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के 18 जून के सिरसा दौरे का सरपंच एसोसिएशन पुरजोर तरीके से बहिष्कार करेगी। इसक अलावा 20 जून से सभी 10 लोकसभा सांसदों के आवासों का घेराव भी पूरे जोर शोर से किया जाएगा। अगर इस बार भी सरकार ने पूर्व की भांति उन्हें नजरबंद करने की कोशिश की तो प्रदर्शन किसी भी हद तक जा सकता है। इसके अलावा 11 जून से सभी गांवों में बीजेपी-जेजेपी नेताओं के न घुसने देने के बोर्ड भी लगा दिए जाएंगे।
उक्त बातें सरपंच एसोसिएशन हरियाणा के सरपंच एसोसिएशन की उपाध्यक्ष संतोष बैनीवाल ने पत्रकारों से रू-ब-रू होते हुए कही। उनके साथ प्रदेशाध्यक्ष रणबीर समैन, कागदाना के सरपंच प्रतिनिधि मांगेराम बैनीवाल, ढांड के सरपंच चंद्रमोहन पोटलिया, सरपंच एसोसिएशन सिरसा के प्रधान जसकरण सिंह कंग, माखोसरानी गांव के सरपंच सुभाष भी मौजूद रहे।
इस अवसर पर प्रदेश उपाध्यक्ष संतोष बैनीवाल ने कहा कि 9 सालों के अंदर सरकार ने जनता के हितों के लिए कार्य किए होते तो आज मुख्यमंत्री को जनसंवाद की जरूरत ही नहीं पड़ती। महिलाओं के सम्मान की बात करने वाली सरकार में जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान एक महिला सरपंच ने दुपट्टा तक सीएम के चरणों में डाल दिया, लेकिन सीएम अपनी हैकड़ी में मशगूल रहे और उन्होंने महिला सरपंच का दुपट्टा उठाने की बजाय स्टेज से नीचे उतारने को कहा। जिससे साफ जाहिर हो जाता है कि हाथी के दांत खाने के और है और दिखाने के और। जंतर-मंतर पर किस तरह देश का गौरव कहलाने वाली बेटियों के साथ मारपीट व दुव्यर्वहार किया गया। इस घटना ने विश्वभर में पूरे देश को शर्मसार किया है। बेटियों के मैडल लाने पर फोटो खिंचवाने वाले प्रधानमंत्री अब बेटियों के अपमान पर चुप क्यों है? बैनीवाल ने कहा कि ऐसे तो सरकार बिना टेंडर कोई काम नहीं करवा रही, जबकि सीएम के जनसंवाद कार्यक्रम से पूर्व सफाई व उनके कार्यक्रम पर खर्च हुआ, उसका ब्यौरा कौन देगा। वे सीएम से जवाब चाहती हंै कि इस खर्च को कहां दिखाया जाएगा। उन्होंने कहा कि वे अब सरकार की घुड़कियों से डरने वाले नहीं है और हर स्तर पर विरोध करेंगे, जब तक उन्हें सरपंचों के हक नहीं मिल जाते।
प्रदेशाध्यक्ष रणवीर समैन ने कहा कि वर्तमान सरकार तानाशाही तरीके से पंचायतीराज एक्ट को खत्म करना चाहती है, लेकिन वे किसी भी कीमत पर सरकार को इसमें सफल नहीं होने देंगे। सरकार अधिकारियों व ठेकेदारों के साथ मिलकर ग्रामीण विकास को प्रभावित करना चाहती है, लेकिन जागरूक जनता सरकार की चालों को समझ चुकी है और गांव-गांव से शुरू हुआ विरोध का ये सफर देशभर में देखने को मिलेगा।
समैन ने कहा कि सरकार से दो-तीन स्तर की बातचीत हो चुकी है, लेकिन सरकार अपनी हठधर्मिता छोडऩे को तैयार नहीं है। विकास के नाम पर झूठी वाहवाही लूटकर लोगों को गुमराह किया जा रहा है। चाहे किसान हो, मजदूर हो, सरपंच हो या कोई भी अपने हकों के लिए आवाज उठाता है तो लठतंत्र से उनकी आवाज को दबाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ईमानदारी का अलाप रागने वाली सरकार में सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार हुआ है। सरकार ने अधिकारियों को सरकारी फंड को लूटने का लाइसेंस दे दिया है, जिससे वे जमकर अपने वारे-न्यारे कर रहे हंै और जनता विकास के लिए तरस रही है। उन्होंने कहा कि गांवों में लाइब्रेरी व व्यायामशालाओं में जमकर भ्रष्टाचार हुआ है, जिसकी मुख्यमंत्री जांच करवाएं तो सारी पोल पट्टी खुलकर सामने आ जाएगी। उन्होंने कहा कि सिरसा से शुरू हुआ विरोध का सफर पंजाब, एमपी, छतीसगढ़ से लेकर अनेक राज्यों में फैल चुका है और जल्द पूरे देश में विरोध देखने को मिलेगा।