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Uddhav बोले- BJP का नाम भ्रष्टवादी जनता पार्टी होना चाहिए:PM क्यों अपनी डिग्री नहीं दिखाते

 
Uddhav बोले- BJP का नाम भ्रष्टवादी जनता पार्टी होना चाहिए:PM क्यों अपनी डिग्री नहीं दिखाते

Mhara Hariyana News, New Delhi
महाराष्ट्र के CM एकनाथ शिंदे ने रविवार को वीर सावरकर गौरव यात्रा की शुरुआत की। इसमें भाजपा के कई नेता शामिल हुए। इस यात्रा में शामिल लोग ‘मैं सावरकर हूं’ लिखी भगवा टोपियां पहने हुए थे।

दरअसल, भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने सावरकर को लेकर टिप्पणी की थी। इसी के बाद सीएम शिंदे ने सावरकर गौरव यात्रा निकालने की घोषणा की थी। इसकी शुरुआत शिंदे की विधानसभा और उनका गढ़ माने जाने वाले ठाणे से हुई। यह यात्रा अब पूरे राज्य में निकाली जाएगी।

पूर्व सीएम Uddhav ठाकरे ने PM मोदी की डिग्री पर सवाल उठाए
इधर, रविवार की शाम को संभाजीनगर में महा विकास अघाड़ी (MVA) की रैली आयोजित हुई। इसमें पूर्व सीएम Uddhav ठाकरे ने PM मोदी की डिग्री पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का नाम बदलकर भ्रष्टवादी जनता पार्टी कर देना चाहिए।

पीएम को डिग्री दिखाने में क्या हर्ज
Uddhav ने कहा कि PM मोदी के पास आखिर किस तरह की डिग्री है, जो वह किसी को नहीं दिखा सकते? PM को तो छोड़िए, कॉलेज को भी उनके वहां पढ़ने पर गर्व होना चाहिए। फिर वह कॉलेज क्यों नहीं डिग्री दिखा रहा है?
Uddhav बोले- बीजेपी को अपना नाम बदलकर 'भ्रष्टवादी जनता पार्टी' कर लेना चाहिए, क्योंकि यह सभी भ्रष्ट आचरणों का समर्थन करती है। वे न्यायपालिका को भी नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि, उन्हें इजराइल में हो रही घटनाओं पर ध्यान देना चाहिए। PM मोदी के मित्र नेतन्याहू ने ऐसा ही करने की कोशिश की और लोग सड़कों पर उतर आए । यह लोकतंत्र है और मतदाताओं को यहां पीएम को नियंत्रित करना चाहिए।

सावरकर का अपमान हर भारतीय का अपमान 
सीएम शिंदे ने कहा कि सावरकर का अपमान हर भारतीय का अपमान है। सावरकर के खिलाफ बोलने के लिए मैं राहुल गांधी की निंदा करता हूं। मैं किसी को भी सावरकर की तरह सेल्युलर जेल में एक दिन रहने की चुनौती देता हूं।

राउत बोले- सावरकर दाढ़ी बढ़ाने वालों के खिलाफ थे, क्या शिंदे अब दाढ़ी कटवाएंगे?
संजय राउत ने कहा कि सावरकर की गौरव यात्रा निकालने वालों को उनके बारे में क्या पता है? क्या उनको सावरकर के बारे में पता है कि वह क्या हैं? सावरकर और RSS की विचारधारा का कोई मेल नहीं था। 
RSS सावरकर का हिंदुत्वाद नहीं मानता था। सावरकर दाढ़ी बढ़ाने वालों के खिलाफ थे। क्या एकनाथ शिंदे अब दाढ़ी काटकर घूमेंगे?