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CM खट्टर के जनसंवाद में फिर बवाल, Mahendragarh में उप-तहसील की घोषणा पर ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन; मुख्यमंत्री ने अफसरों पर फोड़ा ठीकरा

 
CM खट्टर के जनसंवाद में फिर बवाल, Mahendragarh में उप-तहसील की घोषणा पर ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन; मुख्यमंत्री ने अफसरों पर फोड़ा ठीकरा
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Mhara Hariyana News, Mahendragarh
CM मनोहर लाल के Mahendragarh जिले में जनसंवाद पर फिर बवाल मच गया है। CM ने कल Mahendragarh के गांव सिहमा को उप तहसील का दर्जा देने की घोषणा की। इसका पता चलते ही गांव दोगड़ा अहीर के लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। 
वह शुक्रवार को सड़क पर उतर आए। उनका कहना है कि उनका गांव दोगड़ा अहीर सिहमा से बड़ा है, इसलिए उसे भी उप तहसील बनाया जाना चाहिए। खास बात यह है कि CM मनोहर रात को इसी दोगड़ा अहीर गांव में रुके हुए थे।

मनाने आए विधायक का भी किया विरोध
गुस्साए ग्रामीणों ने CM के घेराव का ऐलान कर दिया। इलाके के विधायक उन्हें मनाने आए तो ग्रामीणों ने उनका भी जमकर विरोध कर बैरंग लौटा दिया। इसका पता चलते ही CM मनोहर ने दोगड़ा अहीर के लोगों को बातचीत के लिए बुलाया जिसमें उन्होंने उप तहसील के लिए गांवों की Feasibility रिपोर्ट को लेकर अधिकारियों पर ठीकरा फोड़ दिया।

CM और ग्रामीणों में बनी सहमति
इस मीटिंग में CM ने कहा कि अधिकारियों से सिहमा को उपतहसील बनाने संबंधी Feasibility रिपोर्ट अधिकारियों से मांगी थी। अधिकारियों ने उनको सही Feasibility रिपोर्ट उपलब्ध नहीं करवाई। उन्हें नहीं पता था कि दोगड़ा अहीर की भी ऐसी मांग है। अब वे दोनों गांव की Feasibility रिपोर्ट मंगवाएंगे। जिस गांव की रिपोर्ट सही होगी, उसी को ही उपतहसील बनाया जाएगा।

उन्होंने कहा कि अटेली विधानसभा में जब भी जनसंवाद कार्यक्रम होगा, वह इसकी घोषणा कर देंगे। जिसके बाद ग्रामीणों ने विरोध बंद कर दिया। इस मीटिंग में अटेली के विधायक सीताराम यादव भी मौजूद रहे। इसके बाद सीएम जनसंवाद कार्यक्रम के लिए नांगल सिरोही के लिए रवाना हो गए।

ग्रामीण CM से मिलने नहीं गए
उपतहसील ने बनाए जाने के विरोध के चलते गुरुवार रात को CM से गांव का कोई शख्स मिलने नहीं गया। शुक्रवार सुबह गांव के लोग और महिलाएं उनके प्रवास निवास के बाहर विरोध करने पहुंच गए। जहां पर मुख्यमंत्री ठहरे थे। महिलाओं ने चेतावनी दी थी कि मुख्यमंत्री के बाहर निकलते ही वे उनका घेराव करेंगे।

माहौल तनावपूर्ण, भारी पुलिस बल तैनात
वहीं तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए इलाके में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया। मुख्यमंत्री के घेराव की सूचना मिलते ही DG सीआईडी आलोक मौके पर पहुंचे। पुलिस बल भी बुला लिया गया। 
महिलाओं की संख्या भी ज्यादा होने के कारण महिला पुलिस बल भी मौके पर बुला लिया गया। SP विक्रांत भूषण पहले से प्रदर्शन स्थल पर मौजूद थे।

AAP ने कहा - यही होगा
इस मामले में आम आदमी पार्टी भी कूद गई है। AAP के सीनियर स्टेट वाइस प्रेजिडेंट अनुराग ढांडा ने कहा कि अगर जनसंवाद में मुख्यमंत्री जनता की ही नहीं सुनेंगे तो ऐसा ही होगा।

सिरसा में तीनों दिन हुआ विरोध
इससे पहले CM मनोहर ने सिरसा में जनसंवाद किया था। यहां तीनों दिन उन्हें विरोध झेलना पड़ा। पहले किसानों ने सीएम के कार्यक्रम में घुसने की कोशिश की। फिर आम आदमी पार्टी नेता को लेकर सीएम गुस्से में आ गए और उसे पीटकर बाहर निकालने को कहा। 
इसके बाद एक महिला सरपंच नैना झोरड़ ने अपना दुपट्‌टा सिर से उतारकर सीएम के पैरों में फेंक दिया। यह देख महिला पुलिस कर्मियों ने जबरन उसे पकड़कर स्टेज से नीचे उतारा।