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यमुना का Water level 208.05 मीटर पहुंचा, Kejriwal बोले- लोग घर खाली कर दें; LG ने कल बैठक बुलाई

 
यमुना का Water level 208.05 मीटर पहुंचा, Kejriwal बोले- लोग घर खाली कर दें; LG ने कल बैठक बुलाई

Mhara Hariyana News, New Delhi
यमुना में बढ़े Water level पर CM अरविंद Kejriwal ने Emergency मीटिंग बुलाई और प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को सुरक्षित निकालने व राहत केंद्रों में हर संभव सुविधा मुहैया कराने के निर्देश दिए। उन्होंने निचले इलाकों में रह रहे लोगों से घर खाली करने की अपील की।

दिल्ली में कई जगह राहत केंद्र बनाए गए हैं। जरूरत पड़ने पर आसपास के स्कूलों को राहत केंद्रों बनाने का निर्देश दिया गया है। वहीं  उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने भी बुधवार को बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का मुआयना किया। साथ ही कल यानी गुरुवार डीडीएमए की बैठक भी बुलाई है। 

सीएम ने कहा कि बोट क्लब, मोनेस्ट्री मार्केट, नीली छतरी टेम्पल, यमुना बाजार, गीता घाट समेत कई इलाकों में पानी भर गया है। मंगलवार को बड़ी मात्रा में पानी छोड़ा गया था। इसे दिल्ली में पहुंचने पर यमुना का Water level और बढ़ेगा।

सचिवालय में हुई इस बैठक के बाद राजस्व मंत्री आतिशी और सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण मंत्री सौरभ भारद्वाज की मौजूदगी में Kejriwal ने प्रेसवार्ता में कहा कि यमुना में Water level बढ़ता जा रहा है और दिल्ली में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। दो-तीन दिन से दिल्ली में बारिश नहीं हो रही है।

यमुना में अभी जितना भी पानी आ रहा है, वह हिमाचल प्रदेश और हरियाणा से होते हुए दिल्ली पहुंच रहा है। हथिनीकुंड बैराज को खोलने से यह सारा पानी आता है। हमें इस बैराज की स्थिति की ज्यादा जानकारी नहीं है, इसलिए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर हथिनी कुंड में पानी छोड़े जाने की गति को थोड़ा कम करने के लिए कहा गया है। वहां से पानी भी निकालना जरूरी है, लेकिन जितनी तेज गति से दिल्ली की ओर पानी भेजा जा रहा है, अगर उसकी गति को कम कर दिया जाए तो यमुना के स्तर को और ऊपर जाने से रोका जा सकता है।

एक-दो दिन में स्थिति में सुधार आ जाएगा 
Kejriwal ने कहा कि अमित शाह को चिट्ठी लिखने के कुछ देर बाद केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत का फोन आया था। उन्होंने बताया कि हथिनी कुंड सिर्फ बैराज है और उसके पीछे कोई जलाशय नहीं है।

वहां पानी को रोकने की कोई सुविधा नहीं है, इसलिए पानी रोका नहीं जा सकता। अब हिमाचल प्रदेश से आने वाला पानी कम होने लगा है और आने वाले एक-दो दिन में स्थिति में सुधार आ जाएगा।
लोग घर खाली कर दें
Kejriwal ने कहा कि निचले क्षेत्र उस्मानपुर, बदरपुर खादर में यमुना के पास वाले इलाकों के लोग घरों को खाली कर दें। इसके अलावा डीएनडी, मयूर विहार, जगतपुर में मेन पुश्ता रोड, सराय काले खां पर भेलोपुर, श्मशान घाट, जैन मंदिर, ग्यासपुर और मिलेनियम डिपो के आसपास बसी झुग्गियों को भी खाली करना चाहिए।

बाढ़ देखने न जाएं लोग
सीएम ने कहा कि यह भी देखने में आ रहा है कि कई लोग बाढ़ देखने जा रहे हैं और सेल्फी व वीडियो ले रहे हैं। इस स्थिति में लोग वहां न जाएं। अगर अचानक जल स्तर बढ़ गया तो जान को खतरा हो सकता है।

जिलाधिकारियों को कहा गया है कि जरूरत पड़ने पर आसपास के स्कूलों को बंद कर उन्हें राहत कैंप में तब्दील कर सकते हैं। अगर शौचालय और नहाने के लिए आसपास धर्मशालाएं और स्कूलों का अधिग्रहण करने की जरूरत पड़ती है, तो ऐसा किया जाए। 
रिहायशी इलाकों में यमुना का पानी पहुंचने की संभावना नहीं
Kejriwal ने कहा कि अभी रिहायशी इलाकों में यमुना का पानी पहुंचने की संभावना नहीं है। अगर ऐसा होगा तो घर खाली कराने सूचना समय से पूर्व दी जाएगी। स्थानीय स्तर पर भी हमारी टीमें मुनादी करके लोगों को सचेत कर रही हैं। यमुना का Water level बढ़ने से कुछ नाले बैक मार सकते हैं।

इससे कुछ जगह जलभराव हो सकता है। दिल्ली के छह जिलों में टेंट लगाए गए हैं। कैंप में सभी बुनियादी सुविधाओं की व्यवस्था की गई है। एनडीआरएफ की भी मदद ली जा रही है।

दो-दो किलोमीटर पर तैनात हैं 50 बोट 
आतिशी ने बताया कि दिल्ली सरकार ने बाढ़ ग्रस्त इलाकों में लोगों को तत्काल राहत पहुंचाने के लिए 50 बोट का इंतजाम किया है। इन सभी बोट्स को पल्ला से लेकर ओखला बैराज तक दो-दो किलोमीटर की दूरी पर तैनात किया गया है।

एलजी ने किया यमुना का दौरा
उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने बुधवार को बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का मुआयना किया। उन्होंने बचाव कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि एनडीआरएफ की टीम हर हालात से निपटने को तैयार है। उपराज्यपाल ने अपील की कि लोग धैर्य बनाए रखें। डूब क्षेत्र से लोगों को निकाला जा रहा है। बृहस्पतिवार को उपराज्यपाल ने डीडीएमए की बैठक भी बुलाई है।