वाह री पंजाब पुलिस: जिन तस्करों को रोकने का है जिम्मा, उन्हीं को वर्दी की आड़ में तस्करी करवाता था कांस्टेबल
Mhara Hariyana News, Ludhina (Punjab) : पंजाब में खाकी एक बार फिर दागदार हो गई। नशा तस्करी पर लगाम लगाने का दावा करने वाली पुलिस का मुलाजिम ही तस्कर का मददगार निकला। आरोपी कांस्टेबल खुद नशा लेने के लिए तस्कर के साथ कार में उत्तरप्रदेश के मुरादाबाद शहर में जाता था।
एंटी नारकोटिक्स सेल वन की टीम ने 12 अगस्त को तस्कर गुरप्रीत सिंह उर्फ शेरु को गिरफ्तार किया था। जब पुलिस ने जांच आगे बढ़ाई तो पता चला कि शेरु का मददगार कोई ओर नहीं बल्कि मेहरबान थाने में तैनात पंजाब पुलिस का कांस्टेबल हरमनदीप सिंह है।
जब मामला पुलिस कमिश्नर मंदीप सिंह सिद्धू के ध्यान में आया तो उन्होंने तुरंत कांस्टेबल को नामजद करने के आदेश जारी किए। पुलिस ने आरोपी कांस्टेबल को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया और दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया। पुलिस आरोपी से पूछताछ करने में जुटी है।
450 ग्राम अफीम के साथ पकड़ा गया था गुरप्रीत
पुलिस कमिश्नर मंदीप सिंह सिद्धू ने बताया कि एंटी नारकोटिक्स सेल की टीम ने गुरप्रीत शेरु को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से 450 ग्राम अफीम बरामद की थी। पुलिस ने मामले की जांच की और शेरु की कॉल डिटेल चेक की तो पता चला कि आरोपी शेरु का साथ कोई ओर नहीं हरमनदीप सिंह देता है।
गाड़ी में टांग लेता था वर्दी
पूछताछ में पता चला कि जब आरोपी शेरु अफीम लेने के लिए उत्तरप्रदेश के मुरादाबाद शहर में जाता था तो आरोपी हरमनदीप को साथ ले जाता था। वह अपनी वर्दी गाड़ी में टांग लेता था ताकि कोई उसे रास्ते में रोके तो पंजाब पुलिस का मुलाजिम कहकर वहां से निकलने में आसानी हो।
दोनों काफी समय से वर्दी की आड़ में नशा तस्करी का कारोबार करते रहे। एक तरह से आरोपी हरमनदीप तस्कर शेरु का सुरक्षा कवच बनकर जाता था। पुलिस कमिश्नर ने बताया कि आरोपी अभी दो दिन के पुलिस रिमांड पर है। उससे पूछताछ की जा रही है, और भी खुलासे होने की संभावना है।