logo

नोहिरिया बाजार स्थित प्राचीन शनि मंदिर के जीर्णोद्वार को लेकर गोबिंद कांडा ने रखा नींव पत्थर

गोबिंद कांडा ने की पांच लाख रुपये की सहयोग राशि देने की घोषणा
 
 
नोहिरिया बाजार स्थित प्राचीन शनि मंदिर के जीर्णोद्वार को लेकर गोबिंद कांडा ने रखा नींव पत्थर
WhatsApp Group Join Now

Mhara Hariyana News, Sirsa
सिरसा।

नोहरिया बाजार स्थित प्राचीन शनि मंदिर के जीर्णोद्वार को लेकर सिरसा के विधायक, पूर्व गृहराज्यमंत्री, हलोपा सुप्रीमो गोपाल कांडा के अनुज वरिष्ठ भाजपा नेता गोबिंद कांडा ने नींव पत्थर रखा और जीर्र्णाेद्धार में पांच लाख रुपये की सहयोग राशि देने की घोषणा की। इस मंदिर को भव्यता प्रदान की जाएगी। शनि गर्भगृह, तेल स्नान प्रतिमा, नवगृह, शिवालय का जीर्णोद्धार तो होगा ही साथ ही श्रद्धालुओं के बैठक और भजन कीर्तन के लिए विशाल हॉल का निर्माण किया जाएगा। सभी शनि भक्तों से इस जीर्णोद्धार में सहयोग की अपील की गई है।

गोबिंद कांडा ने की पांच लाख रुपये की सहयोग राशि देने की घोषणा
गौरतलब हो कि सिरसा नोहरिया बाजार में प्राचीन शनि मंदिर है जो करीब 225 वर्ष प्राचीन है। वहां पर शनि दरबार है, तेल स्नान प्रतिमा, शिवालय आदि है पर भवन जर्जर होने लगा था और श्रद्धालुओं के लिए भी जगह कम थी। ऐसे में मंदिर प्रबंधकों ने इसके जीर्णोद्धार का बीड़ा उठाया। इस कार्य के लिए सिरसा के विधायक गोपाल कांडा और उनके  अनुज गोबिंद कांडा ने पहल की। गोबिंद कांडा ने शनिमंदिर के जीर्णोद्वार को लेकर नींव पत्थर रखा।

इस मौके पर काफी संख्या में शनि भक्त मौजूद थे। पंडित गौतम शर्मा ने विधिविधान के तहत  मंत्रोच्चारण के साथ पूजन करवाया। मिस्त्री प्रेम कुमार ने गोबिंद कांडा ने पहली ईंट रखवाई।  इस मौके पर मंदिर प्रबंधन की ओर से दीपक भार्गव, आनंद भार्गव, ुुचंद्र मोहन भृगुवंशी,  सागरमल ढाकरी, सुरजीत, वेदप्रकाश मौजूद थे। इस मौके पर प्रमुख रूप से श्री सालासरधाम मंदिर के प्रधान गोपाल सर्राफ, वरिष्ठ भाजपा नेता पदम जैन, एन के लढ़ा,  जोगेंद्र सेतिया, रतन जमालिया, राजू लाडवाल आदि मौजूद थे।


इस मौके पर गोबिंद कांडा ने मंदिर जीर्णोद्धार के लिए पांच लाख रुपये की राशि  देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि शनिमंदिर ्रकरीब 225 साल प्राचीन है, इस मंदिर को ऐसी भव्यता प्रदान की जाएगी। इस मंदिर को भी श्री सालासर धाम मंदिर की भांति पहचान मिलेगी। उन्होंने कहा कि  न्याय के देवता शनिदेव  व्यक्ति को उसके कर्मों के हिसाब से फल देते हैं। शनिदेव प्रसन्न हो तो व्यक्ति को सुख-संपत्ति, वैभव और मोक्ष मिलता है। व्यक्ति को हर कार्य में सफलता मिलती है। शनिदेव अपने भक्तों को यश, धन, पद और सम्मान का लाभ कराते हैं। वहीं पाप करने वाले व्यक्तियों को शनिदेव बहुत कष्ट पहुंचाते हैं। अगर किसी व्यक्ति पर भगवान शनि की कृपा है तो उसे जीवन में समस्या के साथ ही उसका हल भी मिलता जाता है।  उधर मंदिर प्रबंधकों ने बताया कि शनि गर्भगृह को भव्यता प्रदान की जाएगी, तेल स्नान प्रतिमा, शिवालय, दुर्गा प्रतिमा आदि को शानदार ढंग से बनाया जाएगा। श्रद्धालु एक साथ बैठकर भजन कीर्तन कर सके इसके लिए विशाल हॉल का निर्माण करवाया जाएगा। उन्होंने सभी शनि भक्तों से इसमें सहयोग करने की अपील की है।

शनि मंदिर में आते ही दूर हो जाती है सारी समस्याएं
इस मंदिर में भगवान शनिदेव की पश्चिममुखी प्रतिमा है जो शांत मुद्रा में है और अति शुभकारी है। नित्य दर्शनों व पूजा से मनोवांछित फल मिलता है। मंदिर में करीब 50 फुट उंचा गुंबद है। मंदिर में भगवान शनिदेव के गुरु शिव, उनके सखा हनुमान व दुर्गा माता के स्वरूप विराजमान है। इसके अलावा वर्षों पुराना ब्रह्म स्वरूप पीपल वृक्ष है।  शीशों से कलात्मक नक्काशी की गई है।   शनिदेव न्याय के देवता हैं। प्राणियों को उनके अच्छे बुरे कर्मों के अनुसार शुभ अशुभ फल देते हैं। इसलिए जीव को सदैव अच्छे कर्म करने चाहिए और दूसरों का भला करना चाहिए।