कंगनपुर रोड पर आयोजित मदभगवात कथा में भगवान श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाया
Mhara Hariyana News, Sirsa
सिरसा।
कंगनपुर रोड पर एडवोकेट रजनीश बंसल परिवार की ओर से आयोजित करवाई जा रही श्रीमद् भागवत कथा में भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव प्रसंग कथाव्यास बाल ब्रह्मचारी संत गोबिंद दास के पावन मुखारबिंद से भावपूर्ण ढंग से प्रस्तुत किया गया और कलाकारों ने इस प्रसंग को नाट्य रूप देकर श्रद्धालुओं को भाव विभोर कर दिया।
संत श्री ने कथा के माध्यम से आम जन मानस को सदाचार, नैतिक जीवन और अध्यात्म के प्रति श्रद्धावान रहने के लिए पे्ररित किया। उन्होंने देवताओं और दैत्यों द्वारा किए गए संमद्र मंथन प्रसंग की व्याख्या करते हुए श्रद्धालुओं को कई बार अश्रु पोंछने पर विवश कर दिया। उन्होंने कहा कि इस मंथन से 14 रत्न निकाले गए और अंतिम रत्न भगवान धनवंतरि द्वारा अमृत कलश के रूप में लाया गया। उन्होंने कहा कि देवताओं को अमृत मिला और देवताओं को मदिरा मिली। इसका कारण ये था कि देवताओं ने अपने प्रभु की रक्षा के लिए कार्य किया, जबकि दैत्यों ने मंथन से निकलने वाली हर चीज को लाभ की भावना से देखा।
इस प्रसंग में यहीं से एक भाव पूर्ण भजन प्रस्तुत करते हुए उन्होंने कहा- कर्म करो, पर ध्यान रहे पथ छूटे ना, इतनी हवा भरो गुबारा फूटे ना। इसके बाद संत श्री ने वामन अवतार और भगवान वामन द्वारा बलि से तीन पग भूमि दान में लेने के प्रसंग को अत्यंत भावपूर्ण ढंग से प्रस्तुत किया और कथा को भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव की तरफ ले गए।
यहां भी उन्होंने एक सुंदर भजन गाया, जिसे श्रद्धालुओं ने भी सस्वर करतल ध्वनि के साथ निभाया-तेरे द्वार खड़ा भगवान, भगत भर दे रे झोली, तेरा होगा बड़ा अहसान, भगत भर दे रे झोली। कथा प्रतिदिन दोपहर 3 बजे से लेकर 6 बजे तक आयो हो रही है और प्रात: 5 बजे प्रात: मधुर भजनों के साथ प्रभात फेरी निकाली जा रही है।