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Baglamukhi Jayanti 2023: तंत्र की देवी मां बगलामुखी का बहुत चमत्कारी होता है यंत्र, जानें पूजा विधि एवं उपाय

 
Baglamukhi Jayanti 2023: तंत्र की देवी मां बगलामुखी का बहुत चमत्कारी होता है यंत्र, जानें पूजा विधि एवं उपाय


हिंदू धर्म में मां बगलामुखी की पूजा का बहुत ज्यादा महत्व है. शक्ति की साधना में जिस मां बगलामुखी को तंत्र की देवी के रूप में पूजा जाता है आज उनकी जयंती है. देवी बगलामुखी की पूजा साधक के सभी प्रकार के कष्टों को दूर करके उसे विजय का वरदान देती है. हिंदू मान्यता के अनुसार मां बगलामुखी एक ऐसी देवी हैं, जिनकी विधि-विधान से पूजा करने वाले भक्त की झोली पलक झपकते खुशियों से भर जाती है. मान्यता है कि यदि कोई व्यक्ति मां बगलामुखी जयंती के दिन विधि-विधान से उनके यंत्र को अपने पूजा घर में स्थापित करके प्रतिदिन पूजा करता है तो उसे मनचाहा वरदान मिलता है.


बगलामुखी की पूजा में यंत्र और मंत्र का महत्व
हिंदू मान्यता के अनुसार देवी बगलामुखी की पूजा में मंत्र और यंत्र का बहुत ज्यादा महत्व है. ऐसे में साधक को बगलामुखी जयंती के पावन पर्व पर अपने पूजा घर में बगलामुखी यंत्र को स्थापित करवाना चाहिए. बगलामुखी यंत्र को किसी योग्य कर्मकांडी पंडित के जरिए पूरी विधि-विधान से स्थापित करवाना चाहिए. मान्यता है कि जो साधक प्रतिदिन सिद्ध बगलामुखी यंत्र की पूजा करते हुए ॐ बगलामुखी देव्यै ह्लीं ह्रीं क्लीं शत्रु नाशं कुरु मंत्र का जप करता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और उसके शत्रुओं का नाश होता है.

बगलामुखी यंत्र की पूजा विधि
मां बगलामुखी और उनकी पूजा के लिए कुछेक नियम बताए गये हैं, जैसे मां बगलामुखी की पूजा में पीले रंग का बहुत ज्यादा महत्व है. ऐसे में साधक को मां बगलामुखी की मूर्ति या यंंत्रकी पूजा करते समय पीले रंग का वस्त्र पहनकर पीले रंग के आसन पर बैठकर ही पूजा करनी चाहिए. मां बगलामुखी के मंत्र का जप भी पीली हल्दी की माला से करने का विधान है. मान्यता है कि यदि मां बगलामुखी की पूजा रात को 10 से भोर में 4 बजे के बीच ही करना चाहिए.