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Baglamukhi Jayanti 2023: कौन हैं मां बगलामुखी देवी, जिनके दरबार में बड़े-बड़े नेता लगाते हैं अर्जी

 
Baglamukhi Jayanti 2023: कौन हैं मां बगलामुखी देवी, जिनके दरबार में बड़े-बड़े नेता लगाते हैं अर्जी


मां बगलामुखी उन दस महाविद्याओं में से एक हैं, जिन्हें तंत्र से जुड़ी सबसे बड़ी देवी माना गया है. मां बगलामुखी के बारे में मान्यता है कि उनके दरबार में जाने वाले हर छोटे-बड़े व्यक्ति की मनोकामना जरूर पूरी होती है. माता बगुलामुखी को जीत का वरदान दिलाने वाली देवी के रूप में भी पूजा जाता है. यही कारण है कि देश में जहां कहीं भी उनका पावन पीठ है, वहां पर नेतागण जीत का आशीर्वाद पाने के लिए जरूर पहुंचते हैं. जिस मां बगलामुखी की पूजा सभी कष्टों को दूर करके कामनाओं को पूरा करने वाली मानी गई है, उनकी जयंती इस साल 29 अप्रैल 2023 को मनाई जाएगी. आइए इस दिन की जाने वाली पूजा की विधि और उसका धार्मिक महत्व विस्तार से जानते हैं.


बगलामुखी जयंती का शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार मां बगलामुखी जयंती हर साल वैशाख मास के शुक्लपक्ष की अष्टमी तिथि को मनाई जाती है. इस साल यह तिथि 28 अप्रैल 2023, शुक्रवार को पड़ने जा रही है. पंचांग के अनुसार इस दिन माता बगलामुखी की पूजा के लिए सबसे उत्तम मुहूर्त प्रात:काल 11:58 से लेकर दोपहर 12:49 बजे तक रहेगा. इसके अलावा यदि आप चाहें तो पूर्वाह्न 03:57 से 04:41 बजे भी बगलामुखी की विशेष साधना-आराधना कर सकते हैं.

कैसा है मां बगुलामुखी का स्वरूप
हिंदू मान्यता के अनुसार सभी संकटों से पलक झपकते उबारेन वाली मां बगुलामुखी ने अपने बाएं हाथ से शत्रु की जीभ का अगला हिस्सा और दाएं हाथ में मुद्गर पकड़ा हुआ है. माता का यह दिव्य स्वरूप सभी प्रकार के शत्रु और बाधा से मुक्ति दिलाने वाला है. हिंदू मान्यता के अनुसार माता बगुलामुखी में इतना ज्यादा तेज और बल है कि वे अपने आशीर्वाद से लिखे हुए भाग्य को भी बदल देती हैं.