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Ganadhipa Sankashti Chaturthi 2023: गणाधिप संकष्टी चतुर्थी पर करें ये उपाय, बनेंगे सभी बिगड़े काम

 
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Ganadhipa Sankashti Chaturthi Upay हिंदू धर्म में किसी भी मांगलिक कार्य या पूजा अनुष्ठान में सर्वप्रथम गणेश जी को याद किया जाता है क्योंकि ऐसा माना जाता है कि भगवान गणेश पूजा से सारे काम बिना किसी बाधा के पूरे होते हैं। 28 नवंबर से मार्गशीर्ष का महीना शुरुआत हो चुकी है। ऐसे में 30 नवंबर को गणाधिप संकष्टी चतुर्थी मनाई जाएगी।

नई दिल्ली। Ganadhipa Sankashti Chaturthi 2023: प्रत्येक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि भगवान गणेश की पूजा के लिए समर्पित मानी जाती है। ऐसे में मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष में आने वाले चतुर्थी तिथि को गणाधिप संकष्टी चतुर्थी मनाई जाएगी। साधक इस दिन गणेश जी की कृपा प्राप्ति के लिए व्रत आदि भी करते हैं। ऐसे में आप इस कुछ विशेष उपायों द्वारा सभी दुख दर्द से छुटकारा पा सकते हैं।

गणाधिप संकष्टी चतुर्थी का मुहूर्त (Chaturthi Shubh Muhurat)

कार्तिक माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि 30 नवंबर, गुरुवार के दिन दोपहर 02 बजकर 24 मिनट से शुरू हो रही है। साथ ही इसका समापन 01 दिसंबर, शुक्रवार के दिन दोपहर 03 बजकर 31 पर होगा। ऐसे में गणाधिप संकष्टी चतुर्थी का व्रत 30 नवंबर को किया जाएगा।

बनेंगे सारे बिगड़े काम

गणाधिप संकष्टी चतुर्थी के दिन व्रत करने से व्यक्ति को विशेष लाभ मिल सकता है। साथ ही इस दिन भगवान गणेश को पूजा के दौरान उन्हें सिंदूर और जोड़े में दूर्वा अर्पित करें। ऐसा करने से साधक को सभी बिगड़े काम बनने लगेंगे।

करें इन मंत्रों का जाप

गणाधिप संकष्टी चतुर्थी के दिन ओम गं गणपतये नमः' मंत्र का जाप करना बहुत ही लाभकारी सिद्ध होता है। इससे व्यक्ति की धन संबंधी परेशानियां दूर हो सकती हैं। इस दिन गणेश जी को साबुत चावल के दाने अर्पित करते समय 'इदं अक्षतम् ऊं गं गणपतये नमः' मंत्र का जाप करना चाहिए। साथ ही इस दिन श्रीगणेश पंचरत्न स्त्रोत का पाठ करने से साधक को नया वाहन या घर खरीदने के योग बनते हैं।

इस रंग के वस्त्र धारण करें

गणेश जी की पूजा में लाल वस्त्र धारण करने चाहिएं। साथ ही लाल चंदन का प्रयोग करें, इससे मानसिक शांति मिलती है। वहीं, अगर कोई साधक इस दिन सफेद या पीले रंग के वस्त्र धारण करके गणेश जी की पूजा-अर्चना करता है तो इससे संतान की उन्नति होती है।