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श्री गौशाला में धूमधाम से मनाया गोपाष्टमी का त्यौहार

पूजा अर्चना में मुख्य तौर पर अध्यक्ष अंजनी कुमार लढ़ा व सचिव हनुमान प्रसाद अग्रवाल ने भी शिरकत की।
 
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ऐलनाबाद। शहर के श्री गौशाला थाना रोड के प्रांगण में गोपाष्टमी के पावन पवित्र त्यौहार धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर पुजारी दीपक शास्त्री ने गौ माता की पूजा अर्चना की। पूजा अर्चना में मुख्य तौर पर अध्यक्ष अंजनी कुमार लढ़ा व सचिव हनुमान प्रसाद अग्रवाल ने भी शिरकत की। इसके बाद सभी ने गौवंश को हरा चारा व गुड़ खिलाकर पुण्य कमाया।

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अंजनी कुमार लढ़ा ने कहा कि यह पर्व ब्रज प्रदेश का मुख्य त्योहार है, लेकिन अब यह पूरे उत्तर भारत में मनाया जाता है। गोपाष्टमी पर्व अर्थात गायों की रक्षाए संवर्धन एवं उनकी सेवा के संकल्प का ऐसा महापर्व, जिसमें सम्पूर्ण सृष्टि को पोषण प्रदान करने वाली गाय माता के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने हेतु गाय-बछड़ों का पूजन किया जाता है। ज्योतिषि के मुताबिक भगवान श्रीकृष्ण ने जिस दिन से गो चारण शुरू किया, वह शुभ दिन कार्तिक शुक्ल पक्ष अष्टमी का दिन था। इसी दिन से गोपाष्टमी पर्व का प्रारम्भ हुआ। हनुमान प्रसाद अग्रवाल ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को गौवंश के लिए कुछ न कुछ दान करना चाहिए, ताकि गौमाता बेसहारा न रहे।

एक बार फिर सर्वसम्मति से अंजनी लढ़ा को अध्यक्ष और हनुमान प्रसाद अग्रवाल को सचिव नियुक्त किया गया। कच्चा आढ़ती एसोएिशन के अध्यक्ष अजय सिंह झोरड़ ने भी सभी शहर वासियों को व व्यापारी भाइयों को गोपाष्टमी की बहुत-बहुत बधाई दी। इस मौके पर कहा कि गौ माता की सेवा के लिए हम सबको मिलकर आगे आना चाहिए। इस मौके पर पूजा अर्चना में शामिल हुए हरिप्रसाद लढ़ा, प्रहलाद कंदोई, दानमाल जसरासरिया, राय सिंह भांभू, विनोद गिगोरानी, पुरुषोत्तम धानुका, संजय कुमार, कन्हैया लढ़ा, कपिल मित्तल, महावीर प्रसाद सेवदा, राजकुमार लढ़ा, गोरू लढ़ा, विक्की सिंगला, डा. पुरुषोत्तम गोदारा, प्रयागराज बिरकालीवाले, वीर सिंह चौहान, राधेश्याम चौहान, पेंटर महेंद्र सीलन, शिवकुमार उपस्थित थे।

गोपाष्टमी के मौके पर श्रद्धालुओं ने गाय की पूजा की

सिरसा। गांव खैरेकां स्थित श्री कृष्ण प्रणामी गौशाला में गोपाष्टमी के मौके पर गोशाला में श्रद्धालुओं ने पहुंचकर गाय की पूजा की और हरा चारा खिलाकर सेवा की। प्रधान विजय बिश्नोई,

राम गोपाल डागर, हंस राज जोसन,ओम प्रकाश कंबोज, धनपत सुथार, दुनी चंद ने गो पूजा करते हुए उन्हें चारा खिलाया गया। गोमाताओं को तिलक किया गया। गाय की पूजा कर चारा खिलाया। गोमाता के चरण धोकर फूलों की माला पहनाई। इस दौरान संदेश दिया कि गौ सेवा सबसे बड़ी सेवा हैं। समाज के हर व्यक्ति को इस तरह से सेवा करनी चाहिए। इससे सभी कष्ट दूर होते हैं।

फूलकां गौशाला में गौपूजन कार्यक्रम आयोजित किया गया

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सिरसा। गोपाष्टमी के अवसर पर फूलकां गौशाला में गौपूजन कार्यक्रम आयोजित किया गया। प्रधान रविंद्र कुलडिय़ा ने बताया कि गोपाष्टमी गौसेवकों के लिए एक पर्व के समान है। ऐसे शुभ अवसर पर गऊमाता की परिक्रमा करके गायों के साथ कुछ दूरी तक चलना भी चाहिए। ऐसा कर उनकी चरण रज को माथे पर लगाने से सुख-सौभाग्य में वृद्धि होती है। गाय की रक्षा एवं पूजन करने वालों पर सदैव भगवान श्रीविष्णु की कृपा बनी रहती है। वहीं पंडित राकेश शर्मा ने बताया कि गोपाष्टमी के दिन प्रात: काल में ही गायों को स्नान करवाया जाता है और गौमाता को मेहंदी, हल्दी, रोली के थापे लगाए जाते हैं। इसके बाद गायों को गुड़ व चारा खिलाया शुभ माना जाता है। उन्होंने गौसेवकों से ऐसे पर्व पर गऊमाता के लिए दान करने के लिए प्रेरित किया गया। इस अवसर पर गौशाला कमेटी के उपप्रधान जयचंद कूकना, सत्यनारायण कुलडिय़ा, जगदीश कुलडिय़ा, पवन जांगू, रामकिशन बाजिया, मोहन लाल कसवां, स. नेकीराम, मेवा सिंह बैनिवाल, नौरंग नायक, भोजाराम सोनी सहित बड़ी संख्या में गौप्रेमी मौजूद थे।

अरनियांवाली गौशाला में मनाया गोपाष्टमी पर्व
सिरसा। गोपाल गौ सेवा समिति अरनियांवाली में गोपाष्टमी के पावन पर्व पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्रवक्ता बृजलाल सुथार ने बताया कि प्रधान बृजलाल महेश्वरी, उप प्रधान प्रधान श्याम लाल कड़वा सहित समस्त गौभक्तों न गौपूजन किया। प्रधान बृजलाल महेश्वरी ने बताया कि गोपाष्टमी के दिन प्रात: काल में ही गायों को स्नान करवाया गया। गो माता को मेहंदी, हल्दी, रोली के थापे लगाए गए। इसके बाद गायों को गुड़ व चारा खिलाया गया। उन्होंने इसके महत्व के बारे में बताया कि गाय की परिक्रमा करके गायों के साथ कुछ दूरी तक चलना भी चाहिए। ऐसा कर उनकी चरण रज को माथे पर लगाने से सुख-सौभाग्य में वृद्धि होती है। गाय की रक्षा एवं पूजन करने वालों पर सदैव भगवान श्रीविष्णु की कृपा बनी रहती है। तीर्थों में स्नान-दान करने से, ब्राह्मणों को भोजन कराने से, व्रत-उपवास और जप-तप व हवन-यज्ञ करने से जो पुण्य मिलता है, वहीं पुण्य गौ को चारा या हरी घास खिलाने अथवा किसी भी रूप में गाय की सेवा करने से प्राप्त हो जाता है। इस अवसर पर सचिव संदीप भारतीय, समाजसेवी अश्वनी खोथ, पूर्व प्रधान महावीर नेहरा, पालाराम खोथ, लादु राम डूडी दारासिंह खोथ, शिवलाल छिंपा, धर्मवीर वालिया तथा कमेटी के अन्य सदस्य गण उपस्थित थे।