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Jagannath Temple Corridor: राम मंदिर से पहले जगननाथ प्रभु के मंदिर के कारिडोर का होगा उद्घाटन, इतने करोड़ रुपये हुए खर्च

 
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Jagannath Temple Corridor: देश में प्राचीनतम मंदिरों को भव्य रूप प्रदान किया जा रहा है। वाराणसी में महाकाल काेरिडोर के निर्माण के बाद भव्य मंदिर बना है तो अयोध्या में भी भगवान राम का अति अदभूत मंदिर बनकर तैयार हो रहा है। इन सबके बीच ओडिशा सरकार ने 

भगवान जगन्नाथ जी के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को सुविधा देते हुए जगन्नाथ मंदिर कॉरिडोर का निर्माण कराया है।

22 जनवरी को अयोध्या में भगवान राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा से पहले देश के लोगों को एक और तोहफा मिलने जा रहा है। ओडिशा की नवीन पटनायक सरकार ने पुरी में श्री मंदिर प्रोजेक्ट का काम पूरा कर लिया है।

Jagannath Temple Corridor जगननाथ मंदिर कारिडोर का उद्घाटन राम मंदिर से एक सप्ताह पूर्व यानि  15 से 17 जनवरी के बीच होगा। इस पूरे प्रोजेक्ट के लिए राज्य सरकार ने अपने खजाने से 943 करोड़ रुपए खर्च किया है। इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए देश भर के 1000 से ज्यादा मंदिरों को न्यौता भेजा गया है। इस कार्यक्रम में नेपाल के राजा को बतौर मुख्य अतिथी आमंत्रित किया गया है। 

श्री मंदिर प्रोजेक्ट पर आई 943 करोड़ की लागत

भगवान जगन्नाथ जी भव्य कारिडोर Jagannath Temple Corridor को ओडिशा सरकार ने श्री मंदिर परिक्रमा प्रोजेक्ट नाम दिया गया। इस प्रोजेक्ट पर करीब 943 करोड़ रुपये की लागत आई है। इस कारिडोर में 7 मीटर का हरा बफर जोन और 10 मीटर का पैदल यात्री यात्री क्षेत्र है, जिसका उपयोग मंदिर की परिक्रमा के लिए किया जाएगा।

2019 में मुख्यमंत्री नवीन न पटनायक ने किया था शिलान्यास

अधिकारियों ने अनुसार परियोजना के लगभग सभी मुख्य कार्य पूरे हो चुके हैं।  शेष कार्य इस  वर्ष के अंत तक पूरे हो जाएंगे। इस परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण नवंबर 2019 में शुरू हुआ, जिसमें मंदिर के आसपास रहने वाले 600 से अधिक लोगों ने प्रोजेक्ट के लिए 15.64 एकड़ जमीन दी। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने नवंबर 2021 में परियोजना की आधारशिला रखी थी।

जगनाथ जी के दर्शनों के लिए आने वाले श्रद्धालु उठा सकेंगे इन सुविधाओं का लाभ 

भगवान जगन्नाथ जी भव्य कारिडोर  प्रोजेक्ट का मुख्य उद्देश्य 12वीं शताब्दी के जगन्नाथ मंदिर के चारों ओर के गलियारे को एक आधुनिक तीर्थस्थल बनाना है। इस कॉरिडोर के साथ अब एक बार में करीब 6,000 भक्तों के लिए खड़े होने की जगह होगी। इसके अलावा श्रद्धालुओं के सामानों की स्क्रीनिंग सुविधा, लगभग 4,000 परिवारों के सामान रखने के लिए अलमारी, पीने का पानी सहित कई आधुनिक सुविधाएं शामिल हैं। श्रद्धालुओं के लिए शौचालय सुविधाएं, हाथ/पैर धोने की सुविधाएं, आराम के लिए आश्रय मंडप, हाईटेक कार पार्किंग, पुलिस और फायर ब्रिगेड और इमरजेंसी परिस्थितियों के लिए गाड़ियों की सुविधा आदि शामिल हैं।

उद्घाटन समारोह में नेपाल के राजा होंगे मुख्यातिथी

भगवान जगन्नाथ जी भव्य कारिडोर परियोजना के बारे में जानकारी देते हुए मंदिर के मु्ख्य प्रशासक रंजन कुमार दास ने कहा कि इस कार्यक्रम में ओडिशा में 857 मंदिरों को आमंत्रित किया गया है। इसके साथ् ही जबकि वैष्णो देवी, कामाख्या मंदिर और शिरडी साईं मंदिरों सहित 180 प्रमुख भारतीय मंदिरों को भी 15 जनवरी से शुरू होने वाले तीन दिवसीय उद्घाटन समारोह के लिए निमंत्रण दिया जाएगा। 

वर्णनीय है कि हिंदू धर्म के अनुसार चार पवित्र धाम और चार अन्य छोटे धामों को भी आमंत्रित किया जाएगा। नेपाल के राजा को भी निमंत्रण भेज रहे हैं, जिन्हें जगन्नाथ मंदिर में विशेष अधिकार प्राप्त हैं। अन्य देशों के प्रमुख हिंदू मंदिरों को भी निमंत्रण भेजा जा रहा है। कार्यक्रम के दौरान चौबीसों घंटे ढोल-नगाड़ों के बीच भजन-कीर्तन किया जाएगा।

उद्घाटन समारोह में ये लोग होंगे शामिल

ओडिशा सरकार ने कारिडोर के उद्घाटन कार्यक्रम को लेकर एक अतिथि सूची तैयार की है जिसमें कई वीआईपी, कॉर्पोरेट दिग्गज और मशहूर हस्तियां शामिल हैं। दास ने बताया कि लोकार्पण यज्ञ (पवित्र अग्नि के समक्ष किया जाने वाला अनुष्ठान) 15 जनवरी को शुरू होगा जो 17 जनवरी को समाप्त होगा। मंदिर के चारों द्वारों पर वेदों का पाठ किया जाएगा।