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मनुष्य जीवन का लक्ष्य परमात्मा की प्राप्ति होना चाहिए: स्वामी विजयानंद गिरि महाराज

 
Swami Vijayanand Giri Maharaj

Mhara Hariyana News, Sirsa
सिरसा। मनुष्य जीवन का लक्ष्य परमात्मा की प्राप्ति होना चाहिए। भगवान दर्शन दे ये महत्व की बात नहीं है, भगवान को हम अच्छे लगें तो जीवन सार्थक हो जाएगा। भगवान के चरणों में हमारा प्रेम ही रहना चाहिए। भगवान से मांगो तो केवल प्रेम मांगो। महापुरुषों से सुना है कि भगवान से मांगना है तो भगवान की अनंत भक्ति मांगो, भगवान का विश्वास मांगो, जब तक हृदय में भगवान के प्रति विश्वास नहीं होगा, तब तक भक्ति का कोई औचित्य नहीं है।

Swami Vijayanand Giri Maharaj

उक्त बातें श्री गीता प्रचार समिति सिरसा के तत्वावधान में पंजाब पैलेस सिरसा के हाल में आयोजित साप्ताहिक दुर्लभ सत्संग के अंतिम दिवस की कथा में स्वामी विजयानन्द गिरि महाराज ने अपने मुखारविंद से साधकों से कही। स्वामी जी ने कहा कि जो मोक्ष को ठुकरा देता है, उसका नाम ईश्वरवादी की सूची में अंकित हो जाता है। इसलिए ऐसी कृपा करो की रामजी के चरणों में हमारा प्रेम हो जाए। मन की हलचल को शांत कर लो। स्वामी जी ने कहा कि भले ही सारा जगत राम-राम करता है, लेकिन राम जी हमेशा भरत-भरत करते रहते हैं। इस अवसर पर श्री गीता प्रचार समिति के अध्यक्ष वेद भारती ने 7 दिनों तक कथावाचक स्वामी विजयानंद गिरि महाराज द्वारा किए गए कथा वाचन के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने स्वामी जी को विश्वास दिलाया कि कथा श्रवण कर रहे श्रद्धालु आप द्वारा सिखाए गए मार्ग पर चलकर समाज को सभ्य बनाने का प्रयास करेंगे। उन्होंने कथा को सफल बनाने में सहयोग करने वाले सभी सज्जनों का आभार जताया। वेद भारती ने स्वामी विजयानंद गिरि महाराज से आह्वान किया कि वे समय-समय पर सिरसा में आवागमन करते रहें और अपना आशीर्वाद बनाए रखें। इस अवसर पर हरिओम भारद्वाज ने श्रीकृष्ण का उद्घोष करवाते हुए कथा में पहुंचने वाले सभी साधकों का धन्यवाद किया।

इस मौके पर कथा श्रवण करने के लिए आई दो छात्राओं अवनि जोशी ने अंग्रेजी में कुछ श्लोक बोले, जिनका सृष्टि ने हिंदी में बखूबी अनुवाद किया। इसके साथ-साथ छोटे बच्चों पार्थ शर्मा ने गीता के गीता के 10वें श्लोक, राधिका शर्मा ने 18वें अध्याय का 66वां श्लोक, सारा शर्मा व दुष्यंत शर्मा ने भी गीता के श्लोक सुनाए। कार्यक्रम के अंत में सभी बच्चों को कृष्ण गुप्ता व कृष्ण गुंबर ने पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। वहीं बाहर से आए अरूण तिवाड़ी, लक्ष्मीकांत तिवाड़ी लखनऊ से, जयप्रकाश छतीसगढ़, अमित गर्ग गुडग़ांव राजेंद्र शर्मा व सतीश शर्मा ने हुए मेहमानों को भी बालाजी महाराज का स्वरूप देकर सम्मानित किया गया। राजेंद्र शर्मा के निवास पर रात्रि 10 से 12 बजे तक जन्माष्टमी उत्सव मनाया गया। इस अवसर पर छोटे-छोटे बच्चों ने श्रीकृष्ण व राधा की वेशभूषा में आकर उपस्थितजनों का मन मोह लिया। श्री कृष्ण व राधा की वेशभूषा में आए बच्चों को रवि केडिया ने सम्मनित किया। इस अवसर पर गुरदयाल मेहता संस्थापक अमरनाथ सेवा समिति, अशोक गुप्ता, अशोक तनेजा, राजेंद्र शर्मा, विनय शर्मा उदेश गुप्ता, नरेश ग्रोवर, सोहनलाल अरोड़ा, अमर लूथरा, धर्मपाल बब्बर, राजेन्द्र शर्मा, सतीश शर्मा, सुनील बत्रा, हरिओम भारद्वाज, सोनू शर्मा, अविनाश शर्मा, मनोज मोजी, पंकज शर्मा, अंकुश गोयल, रिकी सोढ़ी, भारत भूषण सहित अन्य श्रद्धालु उपस्थित थे।